मध्य प्रदेश के उज्जैन में नर्स से छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर करने में देर कर दी.इसके बाद बवाल मच गया. आइए जानते हैं पूरा मामला
एनटीवी टाइम न्यूज़ उज्जैन/ मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक नर्स से छेड़छाड़ की घटना से माहौल तनावपूर्ण हो गया. मामले में कई घंटे केस दर्ज नहीं करने पर हिंदू संगठनों ने रविवार रात थाने पर धरना देकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. दबाव बढ़ने पर पुलिस ने तीन आरोपियों पर केस दर्ज कर दिया, लेकिन इस दौरान भाजपा के पूर्व विधायक दिलीप सिंह शेखावत ने खुली धमकी दी कि पुलिस प्रशासन शहर की फिजा बिगाड़ना चाहता है तो बिगाड़ देंगे.
शहर से करीब 55 km दूर नागदा में एक क्लिनिक में कार्यरत नर्स ने रविवार को थाने पहुंची. बताया कि क्लिनिक के सामने आटा चक्की चलाने वाले नासिर हुसैन, बिलाल अहमद, अली अहमद और उनके साथी लगभग छह महीनों से परेशान कर रहे हैं. विरोध करने पर उसे धमकी दे रहे हैं. मामले में पुलिस ने कई घंटे रिपोर्ट दर्ज नहीं की. पता चलते ही बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया और एक पुलिस कर्मी पर युवती से अभद्रता का टीआई पर जानबूझकर देरी का आरोप लगाकर नारेबाजी की. नितिश्तर पुलिस को दबाव में आकर के दर्ज करना पड़ा.
विधायक ने फिजा बिगाड़ने की धमकी दी
थाने के घेराव के दौरान पूर्व विधायक शेखावत भी पहुंच गए. प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा—इस घटना को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे. हमारी बेटी थाने आई थी तो 10 मिनट में केस दर्ज होना चाहिए था. अगर प्रशासन चाहता है कि फिजा बिगड़े तो फिजा भी बिगाड़ देंगे. साथ ही कहा कि पुलिस आरोपियों का जुलूस नहीं निकालेगी तो हम निकालेंगे.उन्होंने लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई और थाना प्रभारी के तबादले की मांग भी की.
जांच के बाद कार्रवाई
मामले में नागदा सीएसपी विक्रम अहीरवार ने कहा है कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा. शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है और संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है.
