Explore the website

Looking for something?

Saturday, March 15, 2025

Enjoy the benefits of exclusive reading

TOP NEWS

PANNA : मातम में...

घर में सो रहे टीचर की बेरहमी से हत्या, चार बच्चों के सिर...

SEHORE : मिनटों में...

गर्मी का मौसम आते ही ग्रामीण अंचलों में आगजनी की घटना देखने को...

UJJAIN : उज्जैन में...

उज्जैन के महाकाल मंदिर में होली का त्योहार परंपरा अनुसार हर्षोल्लास से मनाया...

होली पर भद्रा का...

दीपक तिवारीहोली पर भद्रा का साया रहने से आज रात 11 बजकर 27...
Homeउत्तर प्रदेशकौन हैं Jojo-Johnny, जिनकी बातों पर खिलखिलाकर हंस पड़े प्रेमानंद महाराज, Video...

कौन हैं Jojo-Johnny, जिनकी बातों पर खिलखिलाकर हंस पड़े प्रेमानंद महाराज, Video Viral

लोकेश शर्मा

वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद जी महाराज अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। इसी बीच, उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह खूब ठहाके लगाकर हंस रहे हैं। यह वीडियो श्री हित राधा केली कुंज का है, जहां प्रेमानंद महाराज ने जोजो और जॉनी से बातें की और हंसते-हंसते लोट-पोट हो गये।

कौन हैं जोजो और जॉनी?

दरअसल, वेंट्रिलो क्विज्म (पेटबोली) कलाकार राहुल मिश्रा ने परिक्रमा मार्ग स्थित आश्रम में प्रेमानंद महाराज (Premanand Ji Maharaj) के सामने अपनी कला का प्रदर्शन किया तो वह अपनी हंसी नहीं रोक पाए। पेटबोली कला, एक ऐसी कला है, जिसमें कलाकार बिना होंठ हिलाए बोलता है और ऐसा लगता है कि हाथ में लिये हुए पपेट बोल रहे हैं।

राहुल मिश्रा अपने साथ दो पपेट जोजो और जॉनी को लेकर आश्रम आए थे। आश्रम में जोजो और जॉनी ने आपस में बातचीत की। इसी बीच, प्रेमानंद महाराज ने पूछा कि हमारा नाम क्या है, तो पपेट ने कहा कि आपका नाम प्रेमानंद महाराज है। इस पर महाराज ठहाके लगाकर हंसने लगे, जिसे देख आसपास उपस्थित शिष्य और परिकर भी ठहाके लगाकर हंसे।

फिर शुरू हुई प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा

प्रेमानंद महाराज की रात्रि पदयात्रा 14 दिन बाद फिर शुरू हो गई है। सोमवार रात 2 बजे जैसे ही प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी से बाहर निकले तो भक्त उत्साहित हो गए। उन्होंने रंगोली बनाकर बाबा का स्वागत किया। संत प्रेमानंद महाराज पदयात्रा करते हुए जब NRI ग्रीन सोसाइटी के बाहर पहुंचे तो वहां भी उनका जोरदार स्वागत हुआ। यह वही सोसाइटी है, जिसके लोगों ने महाराज की रात्रि कालीन पदयात्रा के दौरान बजने वाले ढोल और आतिशबाजी का विरोध किया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version