- MEA की PC में बताया गया है कि पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर ड्रोन-मिसाइल से हमला किया फिर हमने पाक एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया।
पहलगाम हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। वहीं पाकिस्तान ने भी भारत पर कायरतापूर्ण हमला किया। पूंछ में हुए हमले में कई भारतीय मारे गए। बीती रात भारत के कई शहरों में पाक की ओर से मिसाइल दागे गए, हालांकि., भारतीय सेना के जांबाजों ने सबको हवा में नष्ट कर दिया। तमाम डेवलपमेंट को लेकर MEA ने प्रेस ब्रीफिंग में सभी जानकारी साझा की है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग ने हमले को लेकर तमाम जानकारी PC में दी। कर्नल सोफिया कुरैशी ने अपडेट देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर 7 मई 2025 को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत ने अपनी प्रतिक्रिया को केंद्रित, संतुलित और गैर उत्तेजक बताया था। ये खास तौर पर साफ किया गया था कि ऑपरेशन में पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया था। साथ ही दोहराया गया कि भारत में किसी भी सैन्य लक्ष्य पर हमले ता उचित जवाब दिया जाएगा।
पाकिस्तान के हमलों का भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा, “7-8 मई की रात को पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों जैसे कि अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर और लुधियानमा, अवंतीपोरा, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने का प्रयास किया। इन हमलों को वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा निष्क्रिय कर दिया गया। इन हमलों का मलबा कई स्थानों से बरामद हुआ, जो पाकिस्तानी हमलों का प्रमाण है।”
पाकिस्तान ने गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा, “पाकिस्तान ने LoC के कुपवाड़ा, बारामुल्ला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर आर्टिलरी का उपयोग करते हुए नियंत्रण रेखा पर अपनी अकारण गोलीबारी की तीव्रता बढ़ा दी है। पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण 16 निर्दोष लोगों की जान चली गई है, जिनमें 3 महिलाएं और 5 बच्चे शामिल हैं। भारत को पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और आर्टिलरी की गोलीबारी को रोकने के लिए जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा। भारतीय सशस्त्र बल गैर-वृद्धि के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं, बशर्ते कि इसका पाकिस्तानी सेना द्वारा सम्मान किया जाए।”