मध्यप्रदेश कटनी बड़गांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मूलभूत सुविधाओं से वंचित स्टाप कि कमी जो नियुक्त है उन्हें भी रीठी बुला लिया जाता है ज़ब कि बड़गांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से 50 गांव आश्रित है
रिपोर्टर सतेंद्र जैन
बड़गांव मे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बाद गरीब मरीजों को नहीं मिल पा रहा उपचार बड़गांव मे स्टाप कि कमी जो है भी तो रीठी मे डियूटी लगा ली जाती है सूत्रों कि माने तो अस्पताल तक रात मे आने मे स्टाप को भी डर लगता है अस्पताल आउट एरिया मे होने के कारण स्टाप रूम पर कचरा चरा अब तो कण्डा पथने लगे है यहां पर पानी सड़क लाइट कि बड़ी परेशानी होती है स्टाप को लेडीज स्टाप को रात आधा या एक किलोमीटर अकेले आना पड़ता है यह स्टाप कि मज़बूरी है डिलीवरी के केस ज़ब भी आते है तो रात दिन कुछ नहीं देखा जाता डर भह कुछ भी नहीं जानकारी के अनुसार बड़गांव मे बहुत ऐसी सुभीधा से बंचित है सरकार कि योजना लगता है बड़गांव के लिए नहीं है यहां पर साप गोहरा कि भी दवाइयां उपलब्ध नहीं है डॉक्टर साहब कि डियूटी भी रीठी मे लगा ली है जिससे क्षेत्र के गरीब मजदूरों के लिए इलाज के लिए रीठी या कटनी जाना पड़ता है या स्टाप कि कमी सबसे बड़ी परेशानी बनी है जैसे तैसे सरकार मेहरबान हुई डॉक्टर कि नियुक्ति बड़गांव मे कि गई लेकिन रीठी मे लगा लिया जाता है मोके पर उपस्थिति राघवेद्र महोबिया आशीष दिलीप एवं अन्य ग्राम के लोग
