- इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिए जाने की भी बात बताई गई।
मध्यप्रदेश में एक अफसर को पोर्न के फेर में फांसने की कोशिश की गई। उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल कर कहा गया कि आपके रजिस्टर्ड नंबर से ब्लू फिल्म चल रही है। इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिए जाने की भी बात बताई गई। ठगों ने पुलिस बनकर व्हाट्सएप पर शिक्षा अधिकारी को कॉल किया था और इस तरह वे डिजिटल अरेस्ट का शिकार बन गए। संयोग से बेटे की सतर्कता से वे ठगों के बुने जाल से सुरक्षित निकल आए।
अलीराजपुर जिले के जोबट से डिजिटल अरेस्ट का यह नया मामला सामने आया है। यहां के खंड शिक्षा अधिकारी ठगों के जाल में फंस गए। उन्हें महाराष्ट्र की नासिक पुलिस के नाम से डराया गया। वे ठगों के डर से अपने बेटे तक का फोन नहीं उठा पा रहे थे। हालांकि खंड शिक्षा अधिकारी के बेटे ने सतर्कता दिखाते हुए असली पुलिस को सूचना देकर ठगों को बेनकाब कर दिया।
जोबट के खंड शिक्षा अधिकारी के मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल कर ठगों ने कहा कि हम नासिक पुलिस से बोल रहे हैं। आपके रजिस्टर्ड नंबर से ब्लू फिल्म चल रही है और इस कारण आपके खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। ठगों ने अधिकारी को कहा कि कोई आपके नंबर का गलत इस्तेमाल कर रहा है, उसके खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए कहा कि तब तक आप किसी का भी फोन नहीं उठाएं।
ठगों ने शिक्षा अधिकारी को उनके खिलाफ दर्ज हुई FIR की कॉपी भी व्हाट्सएप पर भेज दी। FIR की कॉपी और उसपर महाराष्ट्र पुलिस का लोगो देखकर शिक्षा अधिकारी डर गए। उन्होंने अपने बेटे का फोन भी नहीं उठाया।
हालांकि अधिकारी के बेटे ने सूझबूझ दिखाते हुए पुलिस को इसकी सूचना दे दी। पुलिस तुरंत खंड शिक्षा अधिकारी के घर पहुंची और उन्हें बताया कि नासिक पुलिस के नाम से फर्जी कॉल आया है। हालांकि पुलिस को घर आता देखकर अधिकारी डर गए लेकिन उन्हें बताया गया कि बेटे की सूचना पर हम यहां आए हैं, तब जाकर उन्हें तसल्ली हुई। इस प्रकार वे ठगी का शिकार होने से बाल-बाल बच गए।