( संवाददाता प्रफुल्ल तंवर )
- इंदौर के होटल में अवैध रूप से नकली नोट छापने के मामले में क्राइम ब्रांच ने छापामार कार्रवाई कर छिंदवाड़ा की गैंग के सदस्यों को पकड़ा था। जांच में पता चला कि आरोपी नकली नोट छापकर उसे भोपाल की गैंग को बाजार में खपाने के लिए सप्लाइ करती है।
मध्यप्रदेश से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां इंदौर के होटल में अवैध रूप से नकली नोट छापने के मामले में क्राइम ब्रांच ने छापामार कार्रवाई कर छिंदवाड़ा की गैंग के सदस्यों को पकड़ा था। जांच में पता चला कि आरोपी नकली नोट छापकर उसे भोपाल की गैंग को बाजार में खपाने के लिए सप्लाइ करती है। जानकारी को जांच में शामिल कर पुलिस टीम ने भोपाल से आरोपियों को पकड़ा।
अमीर बनने की चाह
डीसीपी आरके त्रिपाठी ने बताया, सूचना मिली थी कि अनुराग नगर स्थित होटल इंटरनिटी में अवैध रूप से नकली नोट छापने का कार्य हो रहा है। टीम ने रूम नंबर 301 से आरोपी अब्दुल शोएब उर्फ छोटू (25) निवासी चांदामेटा (छिंदवाड़ा), रहीश खान (32) निवासी जाटाछापा (छिंदवाड़ा), प्रफुल्ल कुमार कोरी (19) निवासी चांदामेटा (छिंदवाड़ा) को पकड़ा। सभी की तलाशी लेने पर 500 रुपए के 100 नकली नोट की गड्डी मिली। मौके से टीम ने बटर पेपर, प्रिंटर, लकड़ी फ्रेम, कटिंग मशीन, लेमिनेशन बंडल, सील, लैपटॉप, मोबाइल, लेमिनेटर, एटीएम कार्ड जब्त किए। जल्द अमीर बनने की चाह में नोट छापना कबूला है।
सोशल मीडिया पर परिचय
आरोपियों को रिमांड पर लिया है। आरोपियों ने भोपाल की गैंग को नोट खपाने के लिए सप्लाई करना बताया। टीम ने आरोपी आकाश घारू, शंकर चौरसिया को पकड़ा। दोनों से 3. 85 लाख के नकली नोट जब्त किए हैं। सभी नकली नोट 500 रुपए के हैं। गिरतार आरोपियों ने बताया, छिंदवाड़ा और भोपाल की गैंग का परिचय सोशल मीडिया पर हुआ था।