जिला बैतूल
प्रभारी अधिकारियों के भरोसे चल रहे दफ्तर,
रिपोर्टर अविनाश तायवाड़े
मुलताई। मुलताई का प्रशासनिक सिस्टम लंबे समय से प्रभारी अधिकारियों के भरोसे चल रहा है। लगभग 6 माह से एसडीओपी का पद रिक्त पड़ा हुआ है जहां प्रभारी अधिकारी के भरोसे पूरा अनुविभाग चल रहा है। पूर्व एसडीओपी सुरेश पाल सिंह के सेवानिवृत्त होने के बाद तत्काल पुलिस अधिकारी पदस्थ किया जाना था, लेकिन स्थिति यह है कि लंबे समय से पूरा कामकाज प्रभारी एसडीओपी के भरोसे चल रहा है, जो समय-समय पर मुलताई का रुख करते हैं। इधर नगर की व्यवस्था संभालने वाली नगर पालिका के हाल बेहाल हैं। एक तरफ जहां सीएमओ आरके इवनाती के स्थानांतरित होते ही नए सीएमओ की आमद होनी चाहिए थी लेकिन यहां भी बैतूल के ओपी भदौरिया को प्रभार सौंप दिया गया, जो इक्का-दुक्का बार मुलताई का रुख करते हैं। हद तो तब हो जाती है जब नगर पालिका के निर्माण कार्यों तकनीकी दायित्व संभालने वाले इंजीनियर का पद वर्षों से रिक्त पड़ा है, जिससे नगर पालिका का पूरा कार्य इलेक्ट्रिक इंजीनियर प्रभार में रहकर संभाल रहे हैं।
सीएमओ एवं इंजीनियर नहीं होने से नगर विकास पूरी तरह प्रभावित हो चुका है एवं नए निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो रहे हैं। गौरतलब है कि लंबे समय से प्रमुख अधिकारियों के नहीं रहने एवं कार्य प्रभावित होने के बावजूद जनप्रतिनिधियों द्वारा ऐसा कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है, जिससे मुख्य अधिकारी पदों पर आ सके। ऐसी स्थिति में पूरा नगर भगवान भरोसे चलता नजर आ रहा है।