पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक आत्मघाती हमले में सात सैनिकों की मौत हो गई और 21 अन्य घायल हो गए। यह हमला क्वेटा से दूर नोशकी में हुआ। बलूच लिबरेशन आर्मी के विद्रोहियों ने आईईडी से लदे वाहन से सेना के काफिले को टक्कर मारी।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक आत्मघाती हमले में सात सैनिकों की मौत हो गई और 21 अन्य घायल हो गए। यह हमला क्वेटा से दूर नोशकी में हुआ। बलूच लिबरेशन आर्मी के विद्रोहियों ने आईईडी से लदे वाहन से सेना के काफिले को टक्कर मारी। हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली है। 90 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत का दावा किया है।
जानकारी की मानें तो बलूच आर्मी का एक फिदायीन आईईडी विस्फोट से भरी एक गाड़ी लेकर सेना के काफिले में घुस गया, जिससे एक बहुत खतरनाक धमाका हुआ। इस हमले में सेना का दावा है कि सात जवानों की मौत हो गई है। हमले वाला वाहन पूरी तरह से तबाह हो गया है। घायलों का नोशकी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बलूच विद्रोहियों ने पांच दिन पहले ही हाईजैक की थी ट्रेन
बलूच लिबरेशन आर्मी ने 5 दिन पहले पाकिस्तान पर अब तक का सबसे बड़ा हमला करते हुए ट्रेन को ही हाईजैक कर लिया था। बीएलए इस हमले में दावा किया था कि इस ट्रेन में मौजूद 214 पाकिस्तानी सैनिकों को उसने मार डाला।
पाकिस्तानी सेना का दावा इसके बिल्कुल उलट था। उसने कहा कि पाकिस्तानी सेना के 28 सैनिक मारे गए हैं। वहीं बलूच लड़कों को 33 साथी खोने पड़े हैं।
बीएलए ने जारी किया बयान
बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के प्रवक्ता जीयंद बलोच ने पुष्टि की है कि एक आत्मघाती हमलावर ने पाकिस्तानी सेना के एक बस को निशाना बनाया, जिसके बाद दूसरी बस पर गोलीबारी की गई।
बीएलए ने दावा किया है कि इस हमले में बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए, लेकिन स्वतंत्र स्रोतों के अनुसार, अब तक कम से कम 7 लोगों की मौत और 21 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को घेर लिया है और विस्फोट की जांच शुरू कर दी गई है।
ट्रेन अपहरण के बाद फिर हमला
यह आत्मघाती हमला उस घटना के कुछ दिनों बाद हुआ, जब बीएलए ने क्वेटा से पेशावर जा रही 400 से अधिक यात्रियों वाली ट्रेन को हाईजैक कर लिया था। दो दिनों तक चले उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गतिरोध के बाद, हमलावरों को मार गिराया गया और बचाव अभियान पूरा हुआ।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांतों में हाल के महीनों में सुरक्षा बलों पर लक्षित हमलों में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है।
हमलों का सिलसिला
पिछले कुछ महीनों में इन प्रांतों में 40 से अधिक गोलीबारी, ग्रेनेड और आत्मघाती बम हमले दर्ज किए गए हैं। बीएलए और अन्य उग्रवादी समूह लगातार सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं। इस ताजा हमले ने क्षेत्र में अस्थिरता की स्थिति को और गंभीर कर दिया है।
अधिकारियों का कहना है कि स्थिति पर काबू पाने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। जांच के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है, ताकि हमले के पीछे की पूरी साजिश का पता लगाया जा सके।