- पूर्व बैंक मैनेजरों ने बिल्डर के साथ मिलकर लोन मंजूरी की शर्तों को दरकिनार कर करोड़ों का लोन मनमाने ढंग से बांट दिया।
मध्यप्रदेश के भोपाल में स्टेट बैंक ऑफर मैसूर के दो पूर्व बैंक मैनेजरों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामला दर्ज किया है। ईडी की टीम ने तनुश्री होम्स लोन घोटाले में मैनेजरों के खिलाफ केस रजिस्टर्ड किया है। बैंक अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने बिल्डर के साथ मिलकर लोन मंजूरी की शर्तों को दरकिनार कर करोड़ों का लोन मनमाने ढंग से बांट दिया। जांच में सामने आया है कि असल में मकान बने ही नहीं, लेकिन 1.71 करोड़ के लोन बांट दिए गए।
मामले की सीबीआइ जांच में भी यह सामने आया है कि तनुश्री होम्स के संचालक रवि साहू द्वारा बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर घोटाला किया गया। सीबीआइ द्वारा दर्ज एफआइआर के आधार पर ईडी ने भी जांच शुरू कर दी है।
बिना दस्तावेज लोन की मंजूरी
लोन का फर्जीवाड़ा 2006 से 2009 के बीच किया गया। तत्कालीन बैंक मैनेजर एएस हेंगड़े और सहायक मैनेजर भोपाल शाखा रविंदर कुमार द्वारा लोन को मंजूरी दी गई थी। इसमें प्लॉट के ले-आउट, कॉलोनाइजर लाइसेंस और जमीन से जुड़े किसी दस्तावेज को चेक किए बगैर ही लोन की मंजूरी दे दी गई। इतना ही नहीं उधार लेने वालों की केवाईसी और अन्य जरूरी दस्तावेज भी नहीं देखे गए।