( संवाददाता प्रफुल्ल तंवर )
धार जिले में आरक्षक पर 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगा. इसपर संज्ञान लेते हुए लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई की है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं.
एनटीवी टाइम न्यूज धार/भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई लगातार जारी है. इसी क्रम में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के धार जिले में एक पुलिस आरक्षक (Police Constable) पर 30 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप सामने आया है. शिकायत सही पाए जाने पर लोकायुक्त इंदौर इकाई ने इस मामले में कार्रवाई की है. महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख के निर्देश पर इंदौर लोकायुक्त इकाई ने यह कार्रवाई की.
क्या है पूरा मामला?
मामला सरदारपुर थाना क्षेत्र के रिंगनोद पुलिस चौकी का है. आवेदक कमल भूरिया ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि उसके गांव में लड़की भगाने के मामले में पंचायत और कोर्ट में समझौता हो चुका था. लेकिन, इसके बावजूद चौकी पर पदस्थ आरक्षक अशोक मौर्य ने उससे कहा कि थाने की कार्रवाई बाकी है और जेल भेजने की धमकी देकर 50 हजार रुपये की मांग की.
आरोप है कि आरक्षक ने दबाव बनाकर आवेदक से मौके पर ही 20 हजार रुपये वसूल लिए और उसकी गाड़ी व मोबाइल भी रख लिया. बाकी 30 हजार रुपये न देने पर गाड़ी और मोबाइल लौटाने से इनकार कर दिया.
लोकायुक्त ने शिकायत पर की कार्रवाई
शिकायत के आधार पर लोकायुक्त ने सत्यापन कराया, जिसमें रिश्वत की मांग की पुष्टि हुई. इसके बाद आरोपी आरक्षक अशोक मौर्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई है.
