जबरेश्वर सेना का सामाजिक समरसता का 56 वा कार्यक्रम
देपालपुर से शुभम पटेल
देपालपुर में जबरेश्वर सेना के संरक्षक हिन्दुवीर राजेंद्र चौधरी देपालपुर स्थित जबरेश्वर महादेव मंदिर को पुन जीर्णोद्धार करने हेतु गांव गांव संकल्प दिलवा रहे है इस संकल्प अभियान का उन्होंने बहुत ही सराहनीय एवं राष्ट्रहित मे समर्पित सामाजिक समरसता के कार्य को अपनाया है
इसी कड़ी मे ग्राम भामाखेड़ा मे संगीतमय सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ एवं समरसता भोज का आयोजन रखा गया था, सभी समाजजन द्वारा जय जबरेश्वर जय श्री राम के नारे लगते रहे | गांव गांव में जबरेश्वर सेना प्रमुख राजेंद्र चौधरी व जबरेश्वर सेना का हार फूलो से एवं आतिशबाजी कर स्वागत किया गया इस आयोजन मे सेकड़ो की संख्या मे वाहन का काफिला लेकर हिन्दू वीर राजेंद्र चौधरी ग्राम भामाखेड़ा पहुंचे और जीर्णोद्धार संकल्प और समरसता के उधबोधन में कहा की जब जब हिन्दू समाज बटेगा तब तब कटेगा” जब जब एक मंदिर विध्वंस होता है तब उसके क्या क्या दुष्परिणाम निकलते है आपको पता है आज से 1000 हजार वर्ष पूर्व इस हिंदुस्तान में सबसे पहले विध्वंस होने वाला मंदिर था सोमनाथ, जब सोमनाथ मंदिर विध्वंस हुआ तब प्रयागराज इलाहबाद हुआ अयोध्या फैजाबाद हुआ और मथुरा और काशी के जन्म स्थली पर आज तक आंदोलन चल रहे है , हमने एक विध्वंस मंदिर के परिणाम देखे है , जब एक मंदिर की पुनर्स्थापना होती है यह कार्य पुण्यसाली व्यक्ति कर सकते है हम बहुत ही भाग्यसाली है हमने 500 वर्षो के सतत संघर्ष के पश्चात् भगवान श्री राम को विराजमान होते हुवे देखा है, जब भगवान रामलला विराजमान होते हुवे देखे जब पुनः इलाहबाद प्रयागराज व फैजाबाद अयोध्या हुई यह परिणाम सनातनी एकता का है एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे उधबोधन के ततपश्चात सभी ने समरसता भोज ग्रहण किया l