शहपुरा – एक ओर सरकार देशभर में स्वच्छ भारत मिशन और स्वच्छता पखवाड़ा चलाकर आमजन को साफ-सफाई के प्रति जागरूक करने का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर डिंडोरी जिला के मेंहदवानी जनपद पंचायत मुख्यालय में हकीकत इससे बिल्कुल उलट नजर आ रही है। यहां सामुदायिक शौचालय ताले में बंद पड़ा है, और हैरानी की बात यह है कि उसी शौचालय की बाजू में बना कचरा खाना पूरी तरह गंदगी का अंबार बन चुका है। चारों ओर फैला कचरा, सड़ांध और गंदा पानी न सिर्फ वातावरण को दूषित कर रहा है, बल्कि संक्रमण और बीमारियों को भी खुला न्योता दे रहा है।
*स्थानीय लोगों का कहना है कि*
कचरा खाना बनने के बाद से आज तक न तो यहां नियमित सफाई कराई गई और न ही किसी जिम्मेदार अधिकारी ने पलटकर देखने की जहमत उठाई। स्वच्छता सिर्फ कागजों तक?
जनपद पंचायत जैसे संवेदनशील और रोजाना सैकड़ों लोगों की आवाजाही वाले कार्यालय परिसर में—
*सामुदायिक शौचालय बंद*
कचरा खाना बदहाली की स्थिति में,न कोई सफाई कर्मी,न कोई निगरानी व्यवस्था
यह हालात साफ बताते हैं कि स्वच्छता अभियान सिर्फ फाइलों और फोटो सेशन तक सीमित रह गया है।
*नियमों की खुलेआम अनदेखी*
स्वच्छ भारत मिशन और पंचायत राज अधिनियम के तहत— सार्वजनिक शौचालय का नियमित संचालन,
कचरा संग्रहण स्थल की दैनिक सफाई,कचरे का वैज्ञानिक निपटान
स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान विशेष निगरानी अनिवार्य है, लेकिन मेंहदवानी जनपद पंचायत में इन नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है।
*जिम्मेदार कौन?*
*सबसे बड़ा सवाल यही है कि—*
क्या जनपद पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी इस गंदगी को नहीं देखते?
स्वच्छता पखवाड़ा सिर्फ दिखावे के लिए?,कब होगी जिम्मेदारों पर कार्रवाई?
ग्रामीणों व आम नागरिकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि
तत्काल शौचालय का ताला खोला जाए, कचरा खाने की नियमित सफाई कराई जाए और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो। अब देखना यह होगा कि खबर सामने आने के बाद प्रशासन चेतता है या फिर स्वच्छता अभियान यूं ही मजाक बनकर रह जाएगा।
रिपोर्ट लीलाराम साहू डिंडोरी

