Explore the website

Looking for something?

Wednesday, July 30, 2025

Enjoy the benefits of exclusive reading

TOP NEWS

डायल 100 होगी बंद,...

मध्य प्रदेश में आपातकालीन सेवा देने वाली पुलिस की डायल 100 की जगह...

सागर : पीने के...

सागर शहर के मोतीनगर थाना के प्रभारी ने नशे के खिलाफ एक अलग...

छतरपुर मैं जिंदा हूं...

छतरपुर में जिंदा व्यक्ति को कागजों में मृत बताकर छीन ली गई जमीन,...

इंदौर शिलांग हनीमून मर्डर...

( संवाददाता प्रफुल्ल तंवर ) इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड पर बनने जा...
HomeUncategorizedमांसाहारी पौधा : भरतपुर में केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में

मांसाहारी पौधा : भरतपुर में केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में

मांसाहारी_पौधा : भरतपुर में केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में इस बार एक दुर्लभ और अनोखे मांसाहारी पौधे, यूट्रीकुलेरिया की बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्ज की गई है। आमतौर पर मेघालय और दार्जिलिंग में पाया जाने वाला यह पौधा, जिसे ‘ब्लैडरवॉर्ट’ के नाम से भी जाना जाता है। यह पौधा छोटे कीट-पतंगों का शिकार कर पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे घना की जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र को नया आयाम मिलेगा।

घना निदेशक मानस सिंह ने बताया कि यूट्रीकुलेरिया मांसाहारी पौधों की एक अनूठी प्रजाति है, यह छोटे जीवों को पकड़ने के लिए मूत्राशय जैसे जाल (ब्लैडर) का इस्तेमाल करता है। ब्लैडर के अंदर आने के बाद जीव फंस जाता है और वहीं मर जाता है। यूट्रीकुलेरिया मुख्य रूप से प्रोटोजोआ, कीड़े, लार्वा, मच्छर और टैडपोल जैसे जीवों का शिकार करता है। इस पौधे की स्थलीय प्रजातियां पानी से भरी मिट्टी में उगती हैं और वहीं तैरने वाले छोटे जीवों को पकड़ती हैं। इस साल केवलादेव घना में पांचना बांध से भरपूर पानी मिलने के कारण इस पौधे की मौजूदगी संभव हो सकी है। यह पौधा घना के एल, के और बी ब्लॉक में देखा जा रहा है।

सेवानिवृत्त प्रो. डॉ. एमएम त्रिगुणायत ने बताया कि कई साल पहले जब घना को पांचना बांध का पानी मिलता था, उस समय यह पौधा नजर आता था. इस बार पानी अच्छा मिला है तो यह फिर से दिखा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version