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गरियाबंद कन्या आश्रम में कमार छात्राओं से शिक्षिका ने की मारपीट, आदिवासी समाज आक्रोशित” आंदोलन की दी चेतावनी

गरियाबंद/छत्तीसगढ़ के गरियाबंद आवासीय कन्या आश्रम में पदस्थ एक शिक्षिका पर कक्षा चौथी में पढ़ने वाली 13 आदिवासी कमार छात्राओं के साथ मारपीट का गंभीर आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि शिक्षिका ने बच्चों को कमरे में बंद कर बुरी तरह पीटा जिससे उन छात्राओं के शरीर पर कई जगह मारपीट के निशान स्पष्ट नजर आ रहे हैं। इन छात्राओं में कई छात्राएं प्रदेश की सर्वाधिक पिछड़ी जनजाति कमार जनजाति की बालिकाएं हैं।

इस घटना के बाद छात्राओं के अभिभावक बच्चों को अब आगे शिक्षा नहीं दिलवाना चाह रहे हैं। इसे लेकर आदिवासी समाज काफी रुष्ट है और इस तरह के कृत करने वाली शिक्षिका पर सख्त कदम उठाते हुए एस.टी. एस.सी धाराओं में कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। इस पूरे प्रकरण में महत्वपूर्ण बात यह है। इस 100 सीटर आवासीय कन्या आश्रम में जिले के 100 किलोमीटर दूर से छात्राएं पढ़ाई करने के लिए आती हैं। जिन्हें शासन के विभिन्न योजनाओं का लाभ देते हुए शिक्षा के प्रति रूझान पैदा करने का प्रयास शसन कर रहा है।

लेकिन इस तरह की घटना से इन पिछड़ी जनजातियों में शिक्षकों के प्रति डर पानपने से जिले में शिक्षा का प्रतिशत और अधिक घट सकता है। इस घटना को लेकर आदिवासी समाज के विभिन्न पदाधिकारीयों ने गरियाबंद कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक क़ो ज्ञापन सौंपा, पदाधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषी शिक्षिका पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

नारायण शर्मा
एन टी वी टाइम न्यूज में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के लिए काम करता हूं।

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