Explore the website

Looking for something?

Tuesday, December 23, 2025

Enjoy the benefits of exclusive reading

TOP NEWS

एसडीएम शहपुरा एश्वर्य वर्मा...

अगले सप्ताह से सभी विभाग प्रमुख रहेगें मौजूदडिंडौरी : 23 दिसंबर, 2025शहपुरा एसडीएम...

यूनियन कार्बाइड मामले में...

( संवाददाता प्रफुल्ल तंवर ) यूनियन कार्बाइड की राख पर हाईकोर्ट ने जताई थी...

धार : सीएम मोहन...

( संवाददाता प्रफुल्ल तंवर ) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन...

नगर गौरव दिवस की...

नगर गौरव दिवस की चकाचौंध में लुटा नगर पालिका का खजाना, आज दंश...
Homeगुजरातअहमदाबाद हवाई अड्डे के पास कॉलोनियों के बढ़ने से सुरक्षा समीक्षा की...

अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास कॉलोनियों के बढ़ने से सुरक्षा समीक्षा की उठी मांग

हवाई अड्डे के पास निर्दिष्ट दूरी के भीतर ऊंची इमारतों पर प्रतिबंध रहता है. दुनिया में कई हवाई अड्डे शहरों के निकट हैं.

गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे ने सभी को दुखी कर दिया है क्योंकि यह देश में हुए सबसे बुरे विमानन हादसों में से एक है. अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा एयर इंडिया का विमान गुरुवार को 13:38 बजे सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रवाना हुआ.

उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद यह विमान हवाई अड्डे से लगभग पांच किलोमीटर दूर एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. विमान में 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे. विश्वास कुमार रमेश इस दुखद विमान दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति हैं. देश में 160 से अधिक चालू हवाई अड्डे हैं. सरकार के अनुसार मार्च 2025 तक इनमें से 145 हवाई अड्डे, दो एयरोड्रोम और 13 हेलीपोर्ट हैं.

गुजरात में विमान के मेडिकल कॉम्प्लेक्स में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद हुई तबाही का अंदाजा इस दुखद घटना की तस्वीरों और वीडियो से लगाया जा सकता है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. कुछ तस्वीरें बेहद विचलित करने वाली हैं, जिनसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब ऐसी घटनाएं होती हैं तो इसका कितना विनाशकारी प्रभाव हो सकता है.

ऐसी घटनाएं यात्रियों के साथ-साथ लोगों, खासकर आस-पास के इलाकों में रहने वालों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता पैदा करती हैं. उल्लेखनीय है कि हवाई अड्डे शहरी क्षेत्रों से दूर या शहर के बाहरी इलाकों में बनाए जाते हैं. डोनी पोलो एयरपोर्ट जैसे एयरपोर्ट, जो नवंबर 2022 में चालू हो गया, अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर से लगभग 27 किलोमीटर दूर है.

लेकिन, कई जगहों पर देखा जा सकता है कि एयरपोर्ट बनने से पहले ही आसपास कॉलोनियां बन रही हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए नागरिक उड्डयन विशेषज्ञ और फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स के अध्यक्ष कैप्टन सीएस रंधावा ने कहा, ‘कॉलोनियां बनाई जा सकती हैं. ऐसा नहीं है कि कॉलोनियां नहीं बनाई जा सकती है. हलांकि ऊंचाई पर प्रतिबंध है. उन्हें संबंधित प्राधिकरण से अनुमति लेनी होगी.’

इस सवाल के जवाब में कि क्या हवाई अड्डों के निकट तेजी से हो रहा शहरीकरण गंभीर सुरक्षा जोखिम पैदा कर रहा है, उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया में हवाई अड्डे शहरों के निकट हैं. यहां तक कि अगर आप हवाई अड्डे को शहर से दूर बनाते हैं, तो भी यह करीब होगा. इसलिए यह जरूरी नहीं है कि शहर के निकट हवाई अड्डे नहीं हो सकते.’ कैप्टन रंधावा ने कहा कि शहर में कई हवाई अड्डे हैं. अहमदाबाद में हुए विमान हादसे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘यह बेहद दुखद है. इससे सभी लोग स्तब्ध हैं.’

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत नागरिक उड्डयन महानिदेशक विमान परिचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हवाई अड्डों से निर्दिष्ट दूरी के भीतर स्थित संरचनाओं पर ऊंचाई पर प्रतिबंध लगाते हैं.

नारायण शर्मा
एन टी वी टाइम न्यूज में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के लिए काम करता हूं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version