Explore the website

Looking for something?

Monday, March 17, 2025

Enjoy the benefits of exclusive reading

TOP NEWS

बुरहानपुर में बेटी के...

बातचीत के दौरान उन्होंने कई बार प्रदीप से कहा कि उन्हें बेटी के...

भोपाल : एमपी में...

पूर्व बैंक मैनेजरों ने बिल्डर के साथ मिलकर लोन मंजूरी की शर्तों को...

श्योपुर में जंगली जानवर...

श्योपुर के उमरीकलां गांव में एक जंगली जानवर ने 9 वर्षीय बालक अविनाश...

भारतीय मूल की छात्रा...

Sudiksha Konanki missing: पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत वर्जीनिया निवासी छात्रा सुदीक्षा कोनांकी डोमिनिकन...
Homeमध्य प्रदेशउज्जैन : बॉयफ्रेंड के साथ भागकर की इंटरकास्ट मैरिज, घर वालों ने...

उज्जैन : बॉयफ्रेंड के साथ भागकर की इंटरकास्ट मैरिज, घर वालों ने जीवित बेटी का किया पिंडदान, मृत्यु भोज भी करा दिया

  • एक परिवार को अपनी बेटी का अंतरजातीय विवाह करना इतना नागवार गुजरा कि, उन्होंने विरोध स्वरूप अपनी जिंदा बेटी को मरा हुआ मानकर उसका अंतिम कर्म पिंडदान कर दिया।

मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के अंतर्गत आने वाली खाचरौद तहसील के ग्राम घुड़ावन में एक परिवार को बेटी का अंतरजातीय विवाह करना इस कदर नागवार गुजरा कि उन्होंने विरोध स्वरूप अपनी जिंदा बेटी को मरा हुआ मानकर इंसान का अंतिम कर्म पिंडदान कर दिया। खास बात ये है कि, परिवार ने अपनी जीवित बेटी को मरा हुआ मानकर न सिर्फ उसका पिंडदान किया, बल्कि मृत्यू पश्चात बांटे जाने वाले मृत्यु पत्र छपवाकर बटवाए और बेटी का मृत्यु भोज भी करा दिया। परिवार ने कार्यक्रम से पहले शोक पत्र भी छपवाए वो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

आपको बता दें कि जिले के अंतर्गत स्थित खाचरौद तहसील के ग्राम घुड़ावन के वर्दीराम गरगामा की पुत्री मेघा गरगामा ने अपने प्रेमी दीपक बैरागी पिता मदनलाल बैरागी निवासी घिनोदा के साथ भाग कर अंतरजातीय विवाह कर लिया। पहले तो परिजन ने दीपक द्वारा बेटी का अपहरण किए जाने की बात कहकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने छानबीन कर दीपक और मेघा को पकड़ लिया।

लेकिन जब पुलिस लड़की को परिजन से मिलाने थाने लाई तो यहां उसे पुलिस के सामने अपने घरवालों को पहचानने से ही इंकार कर दिया। साथ ही, वो दीपक के साथ रहने की जिद पर अड़ी रही। इस दौरान परिवार के लोगों ने उसे समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन उसपर किसी समझाइश का कोई प्रभाव नहीं पड़ा।

परिजन ने किया बेटी का अंतिम क्रिया कर्म

आखिरकार बेटी के इस रवैय्ये से नाराज ने सिर्फ बकायदा शोक पत्र छपवाकर पूरे गांव में बंटवाए, बल्कि 16 मार्च 2025 को समाज के लोगों को बुलाकर विधि विधान से उसका अंतिम क्रिया कर्म (पिंडदान) कर मृत्यु भोज भी करा दिया। फिलहाल, अब घर वालों के इस कार्य की चर्चा पूरे गांव में हो रही है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version