राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा -डॉ सुनीलम
किसानों को अपनी जमीन बचाने के लिए एक बार फिर संघर्ष करना होगा
-एड आराधना भार्गव किसान संघर्ष समिति की कार्यकारिणी की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुनीलम की अध्यक्षता में, प्रदेश अध्यक्ष एड आराधना भार्गव की उपस्थिति में संपन्न हुई। बैठक में मुलताई में सब्जी मंडी में आवारा पशुओं की समस्या को हल करने, मुलताई की गल्ला मंडी में सुचारू रूप से खरीदी की व्यवस्था करने, बिजली कटौती पर रोक लगाने, किसान संघर्ष समिति स्व सहायता समूह का निर्माण करना, राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति रद्द कराने, 1-4 मार्च के हैदराबाद में एन ए पी एम का राष्ट्रीय सम्मेलन में भागीदारी करने आदि मुद्दों पर चर्चा कर प्रस्ताव पारित किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुए किसंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने कहा कि एमएसपी की कानूनी गारंटी की मांग को जड़ मूल से समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति लायी गई है, इसे रद्द कराने के लिए गांव गांव में किसान संघर्ष समिति द्वारा पर्चे बांटकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
डॉ सुनीलम ने कहा कि इस नीति का उद्देश्य मंडी व्यवस्था को समाप्त कर कृषि व्यापार को कॉर्पोरेट को सौंपना है।
एड आराधना भार्गव में कहा कि राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति के माध्यम से सरकार की मंशा किसानों की जमीन हड़पने की है इसलिए किसानी बचाने के लिए राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति को रद्द कराना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी जमीन बचाने के लिए एक बार फिर दिल्ली किसान आंदोलन की तरह फिर एक बार बड़ा संघर्ष करना होगा।
एड आराधना भार्गव ने बताया कि 1 से 4 मार्च को हैदराबाद में एमएपीएम का राष्ट्रीय सम्मेलन है जिसमें किसान संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल भाग लेगा ।
उन्होंने बताया कि 20 फरवरी को भोपाल में एनएपीएम की प्रदेश की बैठक होगी जिसमें किसान संघर्ष समिति की ओर राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुनीलम और वें भाग लेंगी।
बैठक में जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मण बोरबन, तहसील अध्यक्ष कृपाल सिंह सिसोदिया, शेषराव सूर्यवंशी, रग्घू कोड़ले, श्रीकांत वैष्णव, डिवटिया के पूर्व सरपंच लक्ष्मण परिहार, लखन सूर्यवंशी, रोशनलाल कोड़ले एवं प्रदेश सचिव भागवत परिहार उपस्थित हुए ।